वैदिक ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है जो कि जीवन ऊर्जा, आत्मा, पिता, सफलता, विजय, नेतृत्व या प्रशानिक क्षमता व यश कारक होता है। यह पूर्व दिशा , सोने व तांबे का स्वामी होता है।सूर्य के उच्च राशि मेष और नीच राशि तुला होती है जबकि सिंह इसकी स्वराशि होती है।
जन्मकुंडली में अपनी राशि,मित्र राशि या उच्च राशि उपस्थित सूर्य जातक के जीवन में सफलता, ऊर्जा, प्रशासनिक पद, विजय, पिता या उच्च अधिकारियों से लाभ, मान सम्मान में वृद्धि करता है। इसके विपरीत अगर जन्म कुंडली में सूर्य शत्रु राशि, नीच राशि या अशुभ ग्रहों से युक्त हो तो सूर्य के जातक को अहंकारी, क्रोधी, महत्वाकांक्षी, आत्म केंद्रित आदि बनाता है।
दुर्बल या पीड़ित सूर्य की दशा महादशा में पिता को कष्ट, पराजय,अपयश, सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी, कार्य मे बाधा, व्यपार में असफ़लता आदि से सामना करना पड़ता है। दुर्बल सूर्य को बल देने हेतु तंत्र मंत्र यंत्र की सहायता ली जा सकती है।
सूर्य 17 जुलाई 2023 को प्रातः 4:59 पर जल तत्व की राशि कर्क में प्रवेश करेगा तथा इसमें 17 अगस्त 2023 तक रहेगा। सूर्य ग्रह के कर्क राशि में गोचर से राजनीतिक उठ पटक तथा प्रशासनिक पदों पर फेरबदल संभव है विभिन्न राशियों पर है निम्न अनुसार अच्छे बुरे प्रभाव संभव है।
- मेष : गृह स्थान पर नवाचार, भूमि मकान वाहन के क्रय विक्रय के योग, माता संबंधी चिंता।
- वृषभ: छोटे भाई बहन अथवा अधीनस्थ का सहयोग, आत्म बल में कमी, नवीन कार्य का प्रारंभ, कार्य हेतु यात्रा।
- मिथुन: पारिवारिक आयोजन, नेत्र अथवा वाणी दोष, स्थाई परिसंपत्ति निर्माण की योग।
- कर्क: आत्म छवि से असंतोष, आत्म चिंतन या मनन, अध्यात्मिक झुकाव, आर्थिक अनुकूलता।
- सिंह: आमोद प्रमोद हेतु यात्रा, व्यापार में हानि, खर्च में बढ़ोतरी, अस्पताल संबंधी खर्च।
- कन्या: संपर्क सूत्रों में बढ़ोतरी, आय के नए साधन हेतु प्रयास, बड़े भाई बहन का सहयोग।
- तुला: सामाजिक प्रतिष्ठा से असंतोष, नौकरी अथवा पदोन्नति हेतु विशेष प्रयास, कार्यस्थल पर अधिक ऊर्जा, पिता संबंधी चिंता।
- वृश्चिक: उच्च अध्ययन की इच्छा, गुरुजनों का आशीर्वाद, धार्मिक क्रियाकलाप अथवा धार्मिक यात्रा, नवीन संस्कृति से संपर्क।
- धनु: मन में भय अथवा आशंका, नकारात्मक मानसिकता, भूमिगत वस्तु अथवा गुप्त विद्या की ओर रुझान, ससुराल से मतभेद।
- मकर: व्यापारिक साझेदारी, जीवनसाथी अथवा मित्रों की ओर रुझान, अनुकूल वैवाहिक जीवन।
- कुंभ: दैनिक जीवन में अड़चन, रोग ऋण अथवा शत्रु बाधा, अनावश्यक तर्क वितर्क, कानूनी वाद विवाद।
- मीन: रचनात्मक कार्यों में रुझान, प्रेम प्रसंग अथवा सट्टेबाजी की मनोवृति, संतान संबंधी चिंता।
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