संतान प्राप्ति में कुछ ज्योतिषीय योग होते हैं जो बाधा देने के लिए जाने जाते हैं। ये योग आमतौर पर निम्नलिखित होते हैं:
- विवाह कुंडली में पितृ दोष होना
- कुंडली में गर्भाधान करके बच्चों के भाव की कमी होना
- कुंडली में संतान भाव में कोई दोष होना, जैसे कि संतान भाव में शनि, राहु या केतु का प्रभाव होना
- कुंडली में संतान भाव में कोई ग्रहों का योग न होना
- कुंडली में संतान भाव में अत्यधिक कष्टकारक ग्रह गोचर कर रहे हों, जैसे शनि या केतु
- कुंडली में संतान भाव में ग्रहों की दृष्टि अशुभ होना।
यदि कुंडली में इन बाधाक योगों का प्रभाव होता है, तो उस समय संतान प्राप्ति के लिए कुछ उपाय भी किए जा सकते हैं, जैसे कि वैदिक मंत्रों का जाप, दान-धर्म करना, व्रत रखना और अन्य उपाय। इसके अलावा, ज्योतिषाचार्य को इन बाधाओं का उपचार भी सलाह देते हैं, जो आमतौर पर उनके विशेषज्ञ ज्ञान पर आधारित होते हैं।