शारीरिक स्वास्थ्य
वर्ष के प्रथम भाग में शारीरिक स्वास्थ्य के अनुकूल रहने की संभावना है किंतु वर्ष के द्वितीय भाग में स्वास्थ्य संबंधी स्थिति प्रतिकूल रह सकती है। शारीरिक स्वास्थ्य हेतु विष्णु उपासना या गुरुवार का व्रत लाभदायक रहेगा।
मानसिक स्वास्थ्य
इस वर्ष मानसिक स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा किंतु वर्ष के अंतिम तिमाही में स्थिति प्रतिकूल हो सकती है अतः सकारात्मक कार्यों को प्राथमिकता प्रदान करें।
कार्य क्षेत्र/ सामाजिक प्रतिष्ठा
इस वर्ष कार्य क्षेत्र में ऊर्जा का व्यय अधिक हो सकता है। इसके अतिरिक्त उच्च अधिकारियों से संबंधों में प्रतिकूलता आ सकती है। कार्यक्षेत्र में सफलता हेतु गणेश जी की उपासना या बुधवार का व्रत लाभप्रद रहेगा।
आर्थिक अवस्था
इस वर्ष आय और व्यय में संतुलन बना रहेगा जिस कारण आर्थिक स्थिति मनोअनुकूल रहने की संभावना है।
भूमि मकान/वाहन
इस वर्ष गृहस्थान पर नवाचार होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त भूमि मकान वाहन के क्रय विक्रय करने की इच्छा में अधिकता रह सकती है।
माता और पिता
इस वर्ष माता-पिता के साथ संबंधों में तनाव रह सकता है या उनसे मतभेद होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त माता-पिता का स्वास्थ्य भी चिंता का कारण बन सकता है।
संतान अथवा रचनात्मक मनोवृति
वर्ष के प्रथम भाग में रचनात्मक कार्यों में रुझान अधिक रहेगा तथा संतान संबंधी कार्यों में अड़चन या परेशानी आ सकती है किंतु वर्ष का द्वितीय भाग मनोअनुकूल रहने की संभावना है।
साझेदारी अथवा जीवनसाथी
इस वर्ष वैवाहिक जीवन में उतार चढ़ाव आ सकते हैं अथवा मित्रों के साथ संबंधों में तनाव हो सकता है। व्यापारिक साझेदारी में नुकसान होने की संभावना है। किसी प्रकार की साझेदारी से दूरी बनाए रखें।
भाई बहन अथवा अधीनस्थ
छोटे भाई बहन अथवा अधीनस्थ को लेकर संबंधों में तनाव या उनसे संबंधित चिंता रह सकती है किंतु बड़े भाई बहनों के साथ संबंध अनुकूल रहने की संभावना है।
रोग ऋण शत्रु
वर्ष के द्वितीय भाग में रोग, ऋण या शत्रु पीडा परेशान कर सकती है जिससे दैनिक क्रियाकलाप में अड़चन आने की संभावना है। अनावश्यक तर्क वितर्क से निकट संबंधों प्रभावित हो सकते हैं।
यात्रा योग
वर्ष के आरंभ व अंतिम माह में लंबी दूरी के यात्रा करने की इच्छा में प्रबलता रहेगी। कार्य हेतु अल्प दूरी की यात्रा में अधिकता रह सकती है।
उच्च अध्ययन अथवा धार्मिक क्रियाकलाप
इस वर्ष जुलाई अगस्त माह में धार्मिक क्रियाकलाप या धार्मिक अनुष्ठान में समय व्यतीत हो सकता है। इसके अतिरिक्त गुरुजनों का आशीर्वाद व सहयोग बना रहेगा।
नोट उपरोक्त राशिफल सामान्य गणना पर आधारित है जोकि जातक की जन्म कुंडली में ग्रहों की युति, दशा महादशा इत्यादि पर निर्भर करेगा।