शारीरिक स्वास्थ्य
इस वर्ष अंतिम तिमाही को छोड़कर शारीरिक स्वास्थ्य के अनुकूल रहने की संभावना है जिससे दैनिक जीवन में कोई अड़चन या परेशानी नहीं आएगी। शारीरिक स्वास्थ्य हेतु शनिवार का व्रत अथवा शनि उपासना लाभदायक रहेगी।
मानसिक स्वास्थ्य
इस वर्ष सामान्यतः मानसिक स्वास्थ्य के अनुकूल रहने की संभावना है। अगस्त सितंबर माह में मानसिक स्वास्थ्य प्रतिकूल रह सकता है।
कार्य क्षेत्र/ सामाजिक प्रतिष्ठा
इस वर्ष कार्य क्षेत्र में स्थिति अनुकूल रहने की संभावना है। इसके अतिरिक्त उच्च अधिकारियों से संबंध भी मधुर रहेंगे। दशा महादशा अनुकूल होने पर पदोन्नति अथवा रोजगार में सफलता मिलने की संभावना है।
आर्थिक अवस्था
वर्ष के आरंभ में खर्चे में बढ़ोतरी संभव है किंतु शेष समय यह वर्ष आर्थिक रूप से अनुकूल रहेगा।
भूमि /मकान/वाहन
वर्ष के प्रथम भाग में भूमि,मकान या वाहन के क्रय विक्रय होने के योग बन रहे है। इसके अतिरिक्त गृहस्थान पर नवाचार होने की भी संभावना रहेगी।
माता और पिता
इस वर्ष माता-पिता के साथ संबंध मधुर रहेंगे तथा उनका सहयोग भी प्राप्त होगा। वर्ष के प्रथम भाग में माता संबंधी चिंता रह सकती है।
संतान अथवा रचनात्मक मनोवृति
इस वर्ष रचनात्मक कार्यों में रुझान रहेगा। इसके अतिरिक्त वर्ष की द्वितीय भाग में संतान संबंधी कार्यों में अड़चन या परेशानी आ सकती है। शुक्रवार का व्रत या देवी उपासना से संतान संबंधी कार्यों में लाभ मिलेगा।
साझेदारी अथवा जीवनसाथी
इस वर्ष दांपत्य जीवन मधुर रहेगा तथा मित्रों के साथ सुखद समय व्यतीत होगा। वर्ष के अंतिम तिमाही में निकट संबंधों में तनाव आ सकता है।
व्यापारिक साझेदारी अनुकूल रहने की संभावना है।
भाई बहन अथवा अधीनस्थ
इस वर्ष छोटे भाई बहन अथवा अधीनस्थ के साथ संबंधों में तनाव अथवा उनसे संबंधित चिंता रह सकती है। बड़े भाई बहनों के साथ संबंध अनुकूल रहेंगे।
रोग ऋण शत्रु
इस वर्ष अंतिम तिमाही को छोड़कर रोग,ऋण अथवा शत्रु पीड़ा से परेशानी या अड़चन आने की संभावना नहीं है। दैनिक क्रियाकलाप भी मनोअनुकूल रहेगा।
यात्रा योग
वर्ष के आरंभ और अंतिम माह में लंबी दूरी की यात्रा करने की इच्छा अधिक रहेगी। वर्ष पर्यंत कार्य हेतु अल्प दूरी की यात्रा में अधिकता रह सकती है।
उच्च अध्ययन अथवा धार्मिक क्रियाकलाप
इस वर्ष उच्च अध्ययन अथवा धार्मिक क्रियाकलाप में समय व्यतीत हो सकता है। इसके अतिरिक्त गुरुजनों का आशीर्वाद भी बना रहेगा।
नोट उपरोक्त राशिफल सामान्य गणना पर आधारित है जोकि जातक की जन्म कुंडली में ग्रहों की युति, दशा महादशा इत्यादि पर निर्भर करेगा।